बरसात
होगा वसंत ऋतुराज लेकिन विरह, अभिसार और कजरी तो बरसात में ही संभव है। वसंत अगर ऋतुराज है तो बरसात मधुमास। इसका अर्थ यह भी नही की बरसात में सबकुछ मधुर-मधुर है। सुख और दुःख तो जीवन के दो चक्र हैं। जब हम अपने जीवन के व्यक्तिगत इतिहास में देखते हैं तो लगता है कहाँ […]