पुनरागमन है…
इसे क्यूँ कहते हो बुढ़ापा ये तो पुनरागमन है मेरे बचपन का बच्चे ही सही पकड़ हाथ चलाते हैं मुझे रोटी ना सही दवाई कह कहकर खिलाते हैं मुझे कभी-कभी मचल जाता हूँ खो भी जाता आपा इसे क्यूँ कहते हो बुढ़ापा ये तो पुनरागमन है मेरे बचपन का। सिर में छितरे छितरे बाल […]