जीना सीखो

Share

सुख दुख जीवन के साथी है, इससे ना घबराओ जी।
हिम्मत कर के आगे आओ, जीवन सफल बनाओ जी।।

प्रिया देवांगन “प्रियू”
राजिम, गरियाबंद
छत्तीसगढ़
 

कल क्या होगा किसने देखा, फिर क्यों सोचा करते हो।
सही कर्म की राहे चलते, फिर भी सारे डरते हो।।


मुश्किल आती है जीवन में, उससे भी टकराओ जी।
हिम्मत कर के आगे आओ, जीवन सफल बनाओ जी।।

मिट्टी की ये देह बनी है, चूर चूर हो जायेगी।
गिनती की साँसे चलती है, हाथ कभी ना आयेगी।।


खुश रह के तुम जीना सीखो, खुशियाँ भी फैलाओ जी।
हिम्मत कर के आगे आओ, जीवन सफल बनाओ जी।।

भोले बाबा ऊपर बैठे, करते हैं लेखा जोखा।
साथ हमेशा रहते हैं वो, नहीं कभी देते धोखा।।


द्वेष कपट को दूर रखो तुम, सबको गले लगाओ जी।
हिम्मत कर के आगे आना, जीवन सफल बनाओ जी।।

****

Read Also:  वीरत्व की परिभाषा

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top

Discover more from

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading