मिर्जा गालिब: उर्दू और फारसी के महान शायर
“रगों में दौड़ते फिरने के हम नहीं क़ायलजब आँख ही से न टपका तो फिर लहू क्या है।” यह पंक्ति है महशूर शायर मिर्जा गालिब के जिनका हाल में ही 27 दिसंबर हो जन्मदिवस मनाया गया है। इनका भौतिक जीवन काल तो 27 दिसंबर 1796 से 15 फरवरी 1869 तक रहा लेकिन इनकी रचनाएँ आज […]
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