Publications

अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस

राजकुमार, दिल्ली  प्रतिवर्ष 1 अक्टूबर को “अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस” के रूप में मनाया जाता है। 14 दिसंबर, 1990 को संयुक्त  राष्ट्र महासभा द्वारा पास किए गए रेजोल्यूशन नंबर 45/106 के द्वारा अन्य प्रयासों के साथ प्रत्येक वर्ष 1 अक्तूबर को अंतर्राष्ट्रीय वृद्ध वर्ष के रूप में मनाने की घोषणा की गई थी। उद्देश्य       अंतर्राष्ट्रीय […]

अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस Read More »

“नहीं है” का होना

“नहीं है” हम मनुष्यों की एक सामान्य प्रवृति होती है कि हम उन चीजों पर अधिक ध्यान देते हैं, जो हमारे पास नहीं होता है। हम में से अधिकांश अगर अपने मस्तिष्क में उठने वाले विचारों को का विश्लेषण करें तो पाएँगे कि हमारे एक-तिहाई विचार “नहीं” के आसपास ही चक्कर लगातें हैं।    मेरे

“नहीं है” का होना Read More »

समय प्रबंधन के लिए तीन सूत्र

“मेरे पास समय नहीं है” “मेरे पास समय नहीं है” एक बहुत ही आम समस्या है। क्या आपने कभी सोचा है कि उनका समय कहाँ गया है? जबकि उन्हें भी हर किसी की तरह 24 घंटे ही मिले हैं। वास्तव मे समय की कमी समस्या नहीं है, बल्कि समस्या समय-प्रबंधन की है।  मेरे एक मित्र के पास हमेशा हर काम या

समय प्रबंधन के लिए तीन सूत्र Read More »

CLF

CLF का उदेश्य और कार्यशैली क्या है?

किसी भी संस्था से जुडने के पहले यह जान लेना जरूरी होता है कि इसका मुख्य उद्येश्य क्या है? और यह कैसे कार्य करती है? बहुत सारी संस्थाएँ है जो बुजुर्गों के लिए काम करतीं हैं, अगर हम भी उनके लिए काम करना चाहते हैं तो उनके साथ जुड़ कर काम कर सकते थे, एक अलग संस्था (सेलेब्रटिंग लाइफ फाउंडेशन-Celebrating

CLF का उदेश्य और कार्यशैली क्या है? Read More »

Scroll to Top