Publications

समाज में अव्यवस्थित जीवन और परिवार का अनुसरण कितना उचित और कितना अनुचित है।

जिस तरह से हमारे शरीर की सबसे छोटी इकाई कोशिका है, हजारों कोशिकाओं से मिलकर उत्तक का निर्माण होता है और उसके बाद हमारे शरीर का ढांचा तैयार होता है, उसी तरह परिवार समाज की एक छोटी सी इकाई है। आधुनिक समय में सामाजिक मर्यादा और कर्तव्यों का पतन हो रहा है। इसका परिणाम हुआ […]

समाज में अव्यवस्थित जीवन और परिवार का अनुसरण कितना उचित और कितना अनुचित है। Read More »

अभिमान क्यों? किसलिए? किसका?

यह संसार नश्वर है अतः यहाँ किसी का कुछ नहीं यानि अपना होता हुआ भी, कुछ भी अपना नहीं होता, तो फिर सवाल उठता है, अभिमान क्यों? हालाँकि अभिमान से शायद ही कोई बचा हो यानि हर वर्ग में, हर क्षेत्र में, हर उम्र वालों में सभी जगह यह विषाणु [वायरस] मौजूद मिलेगा। जबकि हम

अभिमान क्यों? किसलिए? किसका? Read More »

कोई बात नहीं (लघुकथा)

भूषण खाना खाकर उठा। सोफे पर बैठकर मोजे को पहनने लगा। सुखिया समझ गयी कि आज उसे ड्यूटी जाने में देर हो गयी। बोली- “बारिश का मौसम है। बदली छा रही है। पता नहीं बेटा, कब और पानी गिर जाएगा।” भूषण एक थैले में कुछ रखा और चलने लगा। “रूको बेटा, इसे पहन लो, क्योंकि

कोई बात नहीं (लघुकथा) Read More »

प्रदूषण में वृद्धि के लिए जिम्मेदार विभिन्न कारक 

बीते कई दिनों से देश की राजधानी दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण बेहद ख़तरनाक स्तर पर पहुंच गया है। इसकी वजह से वहां के निवासियों को न केवल सांस लेने में तकलीफ़ हो रही है बल्कि आंखों में जलन और त्वचा सम्बन्धी अन्य परेशानियां भी हो रही हैं। द्वारका इलाके में हवा की गुणवत्ता का स्तर 900 के

प्रदूषण में वृद्धि के लिए जिम्मेदार विभिन्न कारक  Read More »

प्रेमानन्द जी महाराज की यात्रा और धर्म की असफलता

वृन्दावन के सुप्रसिद्ध संत प्रेमानन्द जी महाराज की यात्रा को लेकर आजकल कुछ विवाद चल रहा है। कहा जा रहा है कि महाराज जी प्रतिदिन रात को 2 बजे स्नान के लिए पैदल यमुना जी जाते हैं। इस दौरान उनके अनुयायी और भक्त बड़ी संख्या में उनके दर्शन के लिए आते हैं। इस दौरान संगीत

प्रेमानन्द जी महाराज की यात्रा और धर्म की असफलता Read More »

‘कूल’ वर्सेस ‘अश्लीलता’

रणवीर इलाहाबादिया के अश्लील कॉमेंट मीडिया अच्छा खासा सुर्खियां बटोर रहे हैं। रणवीर कमेडियन नहीं हैं बल्कि पॉडकास्ट करते हैं। लेकिन ये कोई इक्का दुक्का घटना नहीं। कॉलेज और यूनिवर्सिटीज में युवा कमेडियन के किसी शो को कोई क्लिप उठा कर देख लीजिए। उनकी भाषा, जेश्चर, जोक्स! गाली-गलौंज और अश्लील शब्द, जो किसी गुंडे मावली

‘कूल’ वर्सेस ‘अश्लीलता’ Read More »

यह इंपोर्टेंट नहीं है!

नई दिल्ली रेलवे स्टेशन हादसा में मरने वाले और घायल लोगों के विभिन्न आंकड़े बताया जा रहा है। लोग दुख प्रकट कर रहे हैं। रेलवे प्रशासन और सरकार को कोस रहे हैं। महाकुंभ पर भी कुछ लोग भड़ास निकाल रहे हैं। लेकिन ऐसे हादसे कोई बड़ा या इंपोर्टेंट खबर नहीं है, ऐसे हादसे पहले भी

यह इंपोर्टेंट नहीं है! Read More »

ट्रम्प-जेलेन्स्की वार्ता: सारी दुनिया के लिए एक चेतावनी

दो राष्ट्राध्यक्ष तीन साल से चल रहे एक युद्ध को बंद कराने के कोई उपाय ढूँढने के लिए बातचीत करने बैठे हैं। एक युद्ध, जिसमें लोग मर रहे हैं, बेघर हो रहे हैं, बिजली, पानी, हॉस्पिटल और स्कूल जैसे बेसिक चीजें बर्बाद हो रही हैं। लेकिन यहाँ एक पत्रकार पूछता है आप सूट क्यों नहीं

ट्रम्प-जेलेन्स्की वार्ता: सारी दुनिया के लिए एक चेतावनी Read More »

Scroll to Top