प्रतिदान (लोक कथा)
नानी ने बच्चों को अपने पास बुलाया और अहिंसा का पाठ पढ़ाते हुए उन्हें एक लोककथा सुनाई जो इस प्रकार थी। उस बड़ी रियासत के जंगलों में बसाए गए एक मुनिवर के आश्रम में जंगल से भटका हुआ एक बाघ कहीं से आ घुसा। बाघ भूखा था और मुनिवर आश्रम में अकेले थे। उनके शिष्य […]
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