प्रेम और मोह
हस्तिनापुर के महाराजा शांतनु ने प्रथम पत्नी के जाने के कुछ वर्षों बाद निषादराज दशराज की पुत्री सत्यवती से विवाह करने का विचार किया। इस विवाह के लिए निषादराज सहर्ष तैयार थे। लेकिन उन्होने एक शर्त रखा। शर्त यह थी कि उनकी पुत्री से उत्पन्न पुत्र ही उनका उत्तराधिकारी होगा। चूँकि शांतनु को पहली […]