
श्वेतांबर कुमार झा भागलपुर, बिहार
नौकरी एक निश्चित आय और कार्य देकर आर्थिक सुरक्षा देती है। बहुत से नौकरियों में सेवानिवृति के बाद पेंशन का भी प्रावधान होता है ताकि सेवानिवृति के बाद के निश्चिंत वृद्धावस्था का आनंद लिया जा सके। लेकिन ऐसे नौकरियों से एक निश्चित उम्र होने के बाद सेवानिवृत कर दिया जाता है। सेवानिवृति आयु के आधार पर होता है, स्वास्थ्य के आधार पर नहीं। अर्थात शारीरिक और मानसिक रूप से पूर्णतः स्वस्थ और सक्षम कर्मचारी को भी सेवानिवृत होना पड़ता है। भले ही पेंशन मिल रहा हो, लेकिन सेवानिवृत होकर व्यर्थ घर में बैठना बुढ़ापे का एक अनचाहा भाव दे देता है। इसलिए अगर आप शारीरिक और मानसिक रूप से सक्षम हैं तो सेवानिवृति के बाद भी कोई ऐसा कार्य कर सकते हैं जिससे आप व्यस्त भी रहेंगे और थोड़ा-बहुत उपार्जन भी कर सकेंगे।
वर्तमान में सेवानिवृति के बाद फिर से नौकरी करने या कोई व्यवसाय करने का चलन अपने देश में भी बढ़ रहा है, यद्यपि अभी भी यह पश्चिमी देशों की तुलना में बहुत कम है। यहाँ सेवानिवृति के बाद ज्यादातर ऐसे लोग ही उपार्जन करने के लिए कार्य करते हैं जो या तो बहुत पढ़े-लिखे हों या उच्च पदों पर रह चुके हों, या जिन्हें पैसों की जरूरत हो। पर धीरे-धीरे इस दिशा में रुचि बढ़ती जा रही है। पर अधिकांश लोग इसमें सफल नहीं हो पा रहे हैं।
सेवानिवृति के बाद व्यवसाय शुरू करने में की जाने वाली सामान्य गलतियाँ
पहले हम इस असफलता के कुछ कारणों की चर्चा करते हैं फिर उपयुक्त व्यवसाय पर विचार करेंगे। सेवानिवृति के बाद व्यवसाय शुरू करने वाले लोग सामान्यतः कुछ ऐसी गलतियाँ करते हैं जिसके कारण वे अपनी जमा पूँजी भी गँवा देते है। इस तरह की सामान्य गलतियाँ निम्नलिखित हैं:
नए कार्य शुरू करना
त्यागी जी एक कंपनी में मार्केटिंग से संबंधित पद पर थे। कंपनी सेवानिवृति के बाद एकमुश्त राशि देती थी लेकिन पेंशन नहीं। इसलिए उन्होंने अपने एक रिश्तेदार की सलाह से सेवानिवृति के बाद मिलने वाले पैसे से एक दुकान खोलने का निश्चय किया। रिश्तेदार की यह बात उन्हें भी जँची कि दुकानदारी में केवल दुकान में बैठना ही तो होता है। वह जहाँ से स्वयं के दुकान के लिए सामान लाता था, वहाँ से उनके लिए भी ले आएगा। उन्होंने दुकान तो खोल ली लेकिन उन्हें न तो इस कार्य का कोई अनुभव था और न ही रुचि। उनकी पत्नी कभी-कभी दुकान पर उनका हाथ बँटाने आ जाती थी लेकिन घुटनों के दर्द के कारण वह ज्यादा देर खड़ी नहीं रह पाती थी। इसलिए उन्होंने एक लड़का रखा और सारा दुकान उसी के भरोसे छोड़ दिया। परिणाम यह हुआ कि जल्दी ही दुकान घाटे में जाने लगा और अंततः उसे बंद करना पड़ा।
त्यागी जी की तरह ही तिवारी जी ने भी सेवानिवृति के पैसों से बटन बनाने के लिए छोटी-सी फैक्ट्री खोली। लेकिन वह भी अंततः घाटा देकर बंद हो गई।
बहुत से लोग किसी के अन्य को लाभ कमाते देख कर या किसी कि सलाह के अनुसार कोई ऐसा व्यवसाय शुरू कर लेते हैं जिनका उनको न तो अनुभव होता है और न ही रुचि। इसलिए अगर आप सेवानिवृति के बाद भी कोई व्यवसाय करते हैं तो उसके विषय में पहले से ही योजना बनाइए और जानकारी एवं अनुभव इकट्ठा कीजिए। जहाँ तक संभव हो, प्रयास करें कि आप जिस कार्य को इतने दिनों तक करते रहे हों उससे संबंधित कार्य ही करें। ताकि दूसरों पर निर्भरता कम-से-कम हो।
इस उम्र में नौकरी के बजाय व्यवसाय करने का प्रयास करें। क्योंकि एक तो अधिक उम्र में नौकरी मिलना कठिन होता है। दूसरा, मिल भी जाए तो उसकी कुछ बन्दिशें होती हैं। स्वास्थ्य संबंधी थोड़ी-बहुत परेशानी होने पर हो सकता है ये नौकरी भी चली जाए। फिर अपने से कम उम्र के लोगों के तहत काम करने पर सामंजस्य की समस्या भी हो सकती है।
अधिक जोखिम, निवेश और शारीरिक परिश्रम वाला व्यवसाय शुरू करना
भले ही आप शारीरिक रूप से स्वास्थ्य हो फिर भी शरीर की प्राकृतिक सीमाओं को नहीं भूलें। अब कोई ऐसा व्यवसाय नहीं अपनाएँ जिसमें हानि का जोखिम अधिक हो, कर्ज लेना पड़े, या आपको अपनी सारी पूँजी निवेश करनी पड़े।
साथ ही यह भी ध्यान रखें कि आय भले ही कम हो लेकिन शारीरिक परिश्रम अधिक नहीं हो। जहाँ तक संभव हो कार्यस्थल घर के आसपास ही रखें। कार्य अपने स्वास्थ्य के अनुसार ही रखें। जैसे अगर आपको घुटनों या हड्डी संबंधी कोई समस्या हो तो ऐसे कार्य करें जहाँ ज़्यादातर कार्य बैठे-बैठे हो सके।
अपने कार्य संबंधी दस्तावेजों को पूर्ण और व्यवस्थित न रखना
बंसल जी को शुरू से ही गाड़ियों का बहुत शौक था। उन्हें इसकी जानकारी भी थी। इसलिए सेवानिवृति के बाद उन्होंने कई सेकंड हैंड गाडियाँ खरीदा और उन्हें किराया पर देने लगे। गाडियाँ जब अधिक पुरानी हो जाती या ठीक स्थिति में नहीं रह जाती हो, वे उसे फिर बेच देते थे। इस में उन्हें अच्छा-ख़ासा मुनाफा हो जाता था इसलिए गाड़ियों को को खरीदते या बेचते समय सभी दस्तावेजों, जैसे बीमा के दस्तावेजों, को अपने नाम ट्रान्सफर नहीं करवाते थे।
शुरू में तो सब ठीक रहा लेकिन जब गाड़ियाँ चोरी हो गई या दुर्घटनाग्रस्त हो गयी तो उन्हें बीमा की रकम नहीं मिल सकी।
दस्तावेज संबंधी कमियों के कारण कई तरह की अन्य परेशानियाँ भी आपको या आपके उत्तराधिकारियों को हो सकती है। इसलिए दस्तावेज सही तरीके से बनवाएँ और उन्हें व्यवस्थित करके रखे ताकि जरूरत पड़ने पर आसानी से मिल जाए।
सेवानिवृति के बाद किया जाने वाले 10 सबसे अधिक
उपयुक्त व्यवसाय
पश्चिमी देशों में इस संबंध में कई अध्ययन हुए हैं। करियर सलाह की एक अलग शाखा सेवानिवृति के बाद के करियर से संबंधित होती है। कई लोग बाक़ायदा पेशेवर सलाहकारों से सलाह लेकर करियर अपनाते हैं। अपने देश में भी कुछ लोग अब इस तरह से सोच-समझ कर योजना बनाने लगे हैं। इन 10 कार्यों को सेवानिवृत के बाद सबसे अच्छा करियर विकल्प माना जाने लगा है:
सलाहकार
सलाहकार में किसी तरह के परामर्शदाता, व्यक्तिगत या व्यावसायिक कोच इत्यादि भिन्न तरह के व्यवसाय आते हैं जिसमे आप अपने व्यापक अनुभव और ज्ञान के कारण दूसरों का मार्गदर्शन करते हैं, भले ही वह खेल हो, व्यक्तिगत फिटनेस हो, पारिवारिक समस्या, पढ़ाई, वित्तीय योजना इत्यादि कुछ भी हो। सलाहकार के रूप में किसी संस्थान से भी जुड़ सकते हैं या निजी तौर पर पेशेवर सलाहकार के रूप में कार्य कर सकते हैं।
लेखक
लेखक में भी ब्लॉग लेखक, कंटैंट लेखक, रचनात्मक लेखक आदि कई विकल्प हैं, जिनमे से आप अपनी सुविधा और क्षमता के आधार पर चुन सकते हैं। अब बहुत सारे वरिष्ठ नागरिक भी अब इंटरनेट का प्रयोग करने लगे हैं। वे यूट्यूब, वैबसाइट, ब्लॉग जैसे माध्यमों से भी घर बैठे उपार्जन कर रहे हैं।
शिक्षक
शिक्षित वरिष्ठ नागरिकों के लिए शिक्षक के रूप में कार्य एक परम्परागत और लोकप्रिय विकल्प है।
ऑनलाइन मार्केटिंग
इंटरनेट का चलन बढ़ने से बहुत-से कार्य अब घर बैठे भी किए जा सकते हैं। जरूरी सावधानी रखते हुए कई व्यवसाय भी इस तरह से किया जा सकता है।
बच्चों की देखभाल के लिए शिशु गृह खोलना
पश्चिमी देशों में इस तरह का शिशु गृह खोलना तेजी से लोकप्रिय हो रहा है। वहाँ बच्चों के अलावा पशुओं के लिए भी ऐसे गृह खोले जा रहे हैं। पति-पत्नी दोनों के नौकरीपेशा होने के कारण इस तरह के व्यवसाय की माँग भारत में भी बढ़ती जा रही है। निःसंदेह बच्चों को संभालना शारीरिक रूप से थका देने वाला कार्य होता है। लेकिन ऐसे कार्य वरिष्ठ लोगों में मानसिक रूप से ऊर्जा का संचार करते हैं। वे शारीरक दौड़-भाग के लिए सहायक रख सकते हैं।
म्यूचुअल फ़ंड में निवेश
यद्यपि यह जोखिम वाला कार्य है लेकिन समुचित जानकारी और सावधानी से कम जोखिम वाले म्युचुअल फंड में निवेश कर भी कुछ लोग अच्छी आय ले रहे हैं।
रिटेल व्यवसाय
इस कार्य के लिए अधिक पढ़ा-लिखा होने की आवश्यकता नहीं है। अगर सामान्य गणित की थोड़-सी जानकारी और थोड़ा-सा अनुभव हो तो अपने पूँजी के अनुसार कोई खुदरा व्यवसाय किया जा सकता है।
किसी स्वेच्छिक संगठन में स्वयंसेवक के तौर पर जुड़ कर कार्य करना
बहुत से लोग सेवानिवृति के बाद किसी एनजीओ में स्वयं सेवक के रूप में कार्य करना पसंद करते हैं। इस कार्य से उन्हें सामाजिक सम्मान और आत्म संतुष्टि भी मिलती है।
सोशल मीडिया से उपार्जन करना
सोशल मीडिया आज अपनी बात रखने, अपने उत्पाद बेचने, या अपने आइडिया साझा करने का सबसे लोकप्रिय माध्यम हो गया है। लगभग प्रत्येक उम्र के लोग अब इसका प्रयोग करने लगे है। इसलिए विभिन्न तरीकों से सोशल मीडिया एक व्यवसाय भी बनने लगा है। इसमे कहीं जाना-आना नहीं पड़ता है। हाँ, कुछ सावधानियाँ और थोड़ी तकनीकी ज्ञान की जरूरत इसमें भी होती है। लेकिन इसमें संभावनाएँ इतनी व्यापक हैं कि इसे पेशेवर रूप से आय के लिए अपनाने वालों की संख्या भी बढ़ती जा रही है।
नर्सरी खोलना
बागवानी और नर्सरी हर उम्र के लोगों द्वारा किया जा सकता है। शहरों में लोग गमलों में और दीवारों पर तरह-तरह के पौधे लगाते हैं। इसलिए जिन्हें पेड़-पौधों में रुचि तो वे अपने इस शौक को व्यवसाय में भी बदल सकते हैं।
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