“मेरे पास समय नहीं है”
“मेरे पास समय नहीं है” एक बहुत ही आम समस्या है। क्या आपने कभी सोचा है कि उनका समय कहाँ गया है? जबकि उन्हें भी हर किसी की तरह 24 घंटे ही मिले हैं। वास्तव मे समय की कमी समस्या नहीं है, बल्कि समस्या समय-प्रबंधन की है।
मेरे एक मित्र के पास हमेशा हर काम या प्रस्ताव के लिए एक रेडीमेड उत्तर होता है कि उसके पास “समय नहीं है”। वह एक गृहिणी हैं और तीन बच्चों की मां हैं। उसे उम्मीद थी कि एक बार उसके बच्चे बड़े हो जाएंगे, उसके पास समय होगा। 25 साल से अधिक समय बीत चुका है लेकिन उसकी समस्या समान है। मेरे दूसरे दोस्त एक शिक्षक हैं और उनकी समस्या भी लगभग एक जैसी है।
खराब समय-प्रबंधन के लिए तीन लक्षण:
- 1. हमेशा अपने काम को करने की हड़बड़ी और उतावलपन
- 2. बेचैनी और चिड़चिड़ापन
- 3. बहुत सारे काम करने की इच्छा का होना लेकिन समय की कमी के कारण नहीं कर सकने का रोना।
यदि आप या आपका कोई निकट व्यक्ति इस प्रकार की मानसिक स्थिति से पीड़ित है, तो उसे समय प्रबंधन की परवाह करनी होगी।
समय प्रबंधन के लिए तीन सूत्र:
- 1. करे (do)
- 2. हटाएँ (delete), और
- 3. कुछ कार्यों को किसी अन्य को सुपुर्द करे (delegate)
1.करें (do):
अपने सभी कार्य व्यवस्थित करें और कार्यों की प्राथमिकताओं के अनुसार समय वितरित करें। ध्यान रखे कि आपका समय सारणी अधिक कठिन या सख्त नहीं हो। क्योंकि यदि आप अपने लक्ष्य को लगातार प्राप्त करने में असफल रहेंगे तो आपका मनोबल गिरेगा और बार-बार की असफलता आपका उत्साह कम करेगी और धीरे-धीरे आप आत्मसमर्पणकर अपने समय-सारणी का पालन करना बंद कर देंग
2.हटाएँ (delete):
कुछ दिनों के बाद आपको अनुभव होगा कि आप अपने समय-सारणी (schedule) के पालन में असफल हो रहे हैं। अब आप उन कारणों को पहचानें जिसके कारण आप अपने निर्धारित समय सारणी का पालन नहीं कर पाते है। हो सकता है कि यह आपका कोई दोस्त या रिश्तेदार हो जिसे ज्यादा बातें करना बहुत पसंद हो। आपका कोई बेकार पड़ोसी, अनावश्यक फोन कॉल या चैटिंग, इंटरनेट/सोशल साइट्स पर अनावश्यक समय बिताना, या अनावश्यक आराम करना हो। एक बार जब आप अपने शेड्यूल में रुकावट डालने वाले तत्वों की पहचान कर लेते हैं, तो अब उन्हे हटाने का प्रयास करें।
3. अगर आवशयक हो तो कुछ कार्य किसी अन्य व्यक्ति को सुपुर्द करना (delegate):
कभी-कभी हम अधिक कार्य करने की महत्वाकांक्षा के कारण अपनी क्षमता से अधिक कार्यभार ले लेते है। उदाहरण के लिए, आप एक छात्र हैं और आप बहुत कम समय में अपना पाठ्यक्रम समाप्त करना चाहते हैं, क्योंकि आपको कुछ अन्य कार्य करने हैं या आप अपना समय पहले ही व्यतीत कर चुके हैं।
आप एक गृहिणी या कामकाजी महिला हैं और आप अपने परिवार के प्रत्येक सदस्य का काम करना चाहती हैं ताकि सब आप से खुश रहें। आप ज्यादा पैसा कमाने के लिए एक साथ कई काम कर रहे हैं। ऐसी स्थिति मे अपनी प्राथमिकता तय करें और यदि संभव हो, तो कुछ काम दूसरों को सौंप दें।
इन तीन मौलिक सूत्र के अलावा दो और आवश्यक सूत्र है जिनका प्रयोग किए बिना आप अपने समय का सही उपयोग नहीं कर सकेंगे। ये है:
4. अपने स्वास्थ्य और फिटनेस के प्रति सजग रहें:
यदि आप शारीरिक रूप से स्वस्थ नहीं हैं, तो आप आलस महसूस करेंगे और पूरे दिल से काम करने के लिए पर्याप्त ऊर्जा आप में नहीं होगी।
5. नकारात्मक सोच और नकारात्मक व्यक्तियों से बचें:
नकारात्मक विचार आपको नकारात्मक भाव और दृष्टि देता है। यह मानसिक स्थिति आपके काम की गति को धीमा कर देती है।
समय कीमती है इसलिए इसे बुद्धिमानी से उपयोग करें और अपने लिए कुछ समय बचाएं क्योंकि आप बहुत ही कीमती है।