अगर आप पहाड़ी जगहों पर घूमने के शौकीन हैं तो “पहाड़ों के फूल” सिक्किम की राजधानी गंगटोक आपके लिए एक अच्छा स्थान हो सकता है। गंगटोक एक ऐसा हिल स्टेशन है जहाँ बौद्ध भिक्षुक से लेकर नवविवाहित जोड़े और सामान्य पर्यटक से लेकर रोमांचक खेलों के शौकीन तक, सभी के लिए आकर्षण के केंद्र उपलब्ध हैं। हर जगह प्रकृति अपनी पूर्ण सुंदरता के साथ मौजूद है। यहाँ पारंपरिक कला एवं संस्कृति के साथ आधुनिकता का सुंदर संगम है।
गंगटोक में आप दुनिया के सबसे ऊँचे कॉफी शॉप में कॉफी पी सकते हैं, पहाड़ों पर ट्रैकिंग कर सकते हैं, बर्फ पर खेल सकते हैं, पवित्र बौद्ध मंदिरों के दर्शन कर सकते हैं, बौद्ध भिक्षुकों के जीवन को नजदीक से जान सकते हैं, चीन की सीमा पर सैनिकों के मंदिर का दर्शन कर सकते हैं और सिक्किम के पारंपरिक चीजों को खरीद सकते हैं। रोमांचक खेलों के शौकिनों के लिए ट्रैकिंग (पहाड़ पर चढ़ना) और बर्फ से खेलने वाले खेल भी है। मनोरम प्राकृतिक दृश्य तो हैं ही। पहाड़ों के बीच सुंदर शांत झील एवं उछलते-कूदते झड़ने इस यात्रा को और भी यादगार बना देते हैं।
यद्यपि सितंबर से जून तक यहाँ पर्यटकों का आवागमन होता रहता है। पर यहाँ घूमने के लिए सबसे उपयुक्त समय है सितंबर से अक्तूबर और मार्च से जून के बीच का समय। रोमांचक यात्रा का शौक रखने वाले मानसून में भी जा सकते हैं। लेकिन मानसून में वर्षा से चट्टानों के खिसकने (लैंड स्लाइड) के खतरे के कारण यह समय पहाड़ी स्थानों की यात्रा के लिए यह उपयुक्त नहीं होता है। नवम्बर से जनवरी वहाँ लैंड स्लाइड के खतरे तो कम होते हैं लेकिन ठंड बहुत अधिक होती है। इस समय यहाँ का तापमान 2 डिग्री तक पहुँच जाता है। इसलिए वरिष्ठ पर्यटकों को भी स्वास्थ्य कारणों से यहाँ की यात्रा से इस समय बचना चाहिए।
गंगटोक की यात्रा करते समय कुछ सावधानी रखना अपेक्षित है ताकि यात्रा का पूरा आनंद लिया जा सके। कुछ गर्म कपड़े अपने साथ जरूर रखें। यद्यपि ऊँचे स्थानों पर जाते समय आपको वहाँ भी रेंट पर जैकेट आदि मिल जाते हैं। पर कुछ कपड़े साथ रखना अच्छा होता है।
पहाड़ी स्थानों का मौसम बड़ा ही अनिश्चित होता है। तुरंत ही धूप होती है, तो तुरंत बारिश भी हो सकती है। साफ मौसम में कहीं से बादलों की एक टुकड़ी आकर आपको अचानक से घने कोहरे और कंपकंपी वाली सर्दी का एहसास दिला सकते हैं। इसलिए रेनकोट आदि सामान हमेशा साथ रखें।
गंगटोक देश एवं सिक्किम के अन्य भागों से सड़क मार्ग द्वारा अच्छी तरह से जुड़ा है। यहाँ का समीपवर्ती हवाई अड्डा बागडोरा और रेलवे स्टेशन न्यू जलपाईगुड़ी है। सिलीगुड़ी और जलपाईगुड़ी (पश्चिम बंगाल) सबसे पास के कॉमर्शियल शहर हैं। दार्जलिंग यहाँ से सड़क मार्ग से 110 किमी दूर हैं। इन सब स्थानों से यातायात हेतु अच्छी सड़क गंगटोक के लिए उपलब्ध है। मणिपुर, रंगपो, जोरथांग, रवांगला आदि शहरों से भी यहाँ आसानी से पहुँचा जा सकता है। बागडोरा, सिलीगुड़ी एवं न्यू जलपाईगुड़ी से गंगटोक के लिए कैब और बस नियमित रूप से चलते हैं। यहाँ से पर्यटको को सभी आवश्यक सूचनाएँ भी मिल जाती है।
इसलिए अगर आप किसी हिल स्टेशन घूमने का मन बना रहे हैं तो गंगटोक के लिए योजना बना सकते हैं।
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